जब भी कोई टूर्नामेंट या सीरीज होता है तो हर एक देश अपने स्क्वॉड का ऐलान करता है और इस स्कॉड में कम से कम 15 खिलाड़ी होते हैं लेकिन किसी भी मुकाबले को केवल 11 खिलाड़ी ही खेल पाते हैं. इसी वजह से स्क्वॉड में जगह बनाने वाले सारे खिलाड़ियों को प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिल पाता है.
इन दिनों क्रिकेट के चाणक्य कहे जाने वाले एक खिलाड़ी के साथ भारत की टीम मैनेजमेंट ऐसा ही कर रही है. दरअसल, इस खिलाड़ी को स्क्वॉड में तो मौका मिल रहा है लेकिन प्लेइंग इलेवन से इस खिलाड़ी को बाहर रखा जा रहा है.
क्रिकेट के ‘चाणक्य’ के साथ भेदभाव कर रहे रोहित-द्रविड़!
आर अश्विन को फैंस क्रिकेट का चाणक्य कहते हैं और वो इस उपाधी के काबिल भी हैं. उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से उस बात को सिद्ध भी किया है. हालांकि, पिछले कुछ समय से बार-बार उनके साथ भेदभाव देखने को मिल रहा है.
दरअसल, क्रिकेट के चाणक्य कहे जाने वाले आर अश्विन को भारतीय टीम के स्क्वॉड में जगह तो दिया जा रहा है लेकिन उनको मौका नहीं मिल रहा है. वनडे वर्ल्ड कप के दौरान भी ऐसा ही देखने को मिला था.
आर अश्विन भारतीय टीम के स्क्वॉड के हिस्सा थे लेकिन उनको प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिल रहा था. पूरे वर्ल्ड कप के दौरान अश्विन को केवल एक मुकाबले के प्लेइंग इलेवन में मौका मिला था. जिसके बाद से अश्विन के फैंस अब इसका जिम्मेदार रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ को ठहरा रहे हैं.
शानदार है इंटरनेशनल करियर
क्रिकेट के चाणक्य कहे जाने वाले आर अश्विन के इंटरनेशनल करियर पर नज़र डाले तो उन्होंने अब तक अपने करियर में 94 टेस्ट मुकाबले खेले हैं जिसके 178 पारियों में 2.76 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी करते हुए 489 विकेट हासिल किया है तो वहीं 132 पारियों में बल्लेबाजी के दौरान 27 की औसत से 3185 रन बनाए हैं.
ODI में अश्विन के करियर पर नज़र डाले तो उन्होंने वनडे में अब तक 116 मुकाबले खेले हैं जिसके 114 पारियों में 4.93 की इकॉनमी रेट से 156 मुकाबले खेले हैं. वहीं 63 पारियों में 16 की औसत से बल्लेबाजी करते हुए 707 रन बनाए हैं. टी-20 इंटरनेशनल में 37 वर्षीय ऑलराउंडर ने 65 मुकाबले खेले हैं जिसमें 6.90 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी करते हुए 72 विकेट हासिल किया है तो वहीं 19 पारियों में बल्लेबाजी करते हुए 184 रन बनाए हैं.