IPL
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इन दिनों भारतीय सरजमीं पर IPL खेला जा रहा है और इस टूर्नामेंट में 10 टीमें हिस्सा ले रही हैं। मौजूदा समय में IPL दुनिया की सबसे बेहतरीन और मंहगी क्रिकेट लीग है और यहाँ पर खिलाड़ियों के ऊपर पानी की तरह पैसा बहाया जाता है। कुछ लोग तो इसे इंडियन प्रीमियर लीग नहीं बल्कि इंडियन पैसा लीग भी कहते हैं।

इसके साथ ही कुछ लोगो का सवाल यह भी रहता है कि, आखिरकार टीमों और टीम मालिकों के पास इतना पैसा आता कहा से हैं कि, वो खिलाड़ियों को इतनी भारी कीमत देते हैं। अगर आपको IPL के बिजनेस मॉडल के बारे में कुछ खास जानकारी नहीं है तो आपको परेशान होने की कोई आवश्यकता नहीं है, आज हम आपको इसी जानकारी से अवगत कराने जा रहे हैं।

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मीडिया और डिजिटल राइट्स

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IPL की ब्रांड वैल्यू आज दुनिया के कई क्रिकेट बोर्ड से भी ज्यादा है और इस लीग को दुनिया भर में देखा जाता है। इसी वजह से IPL के डिजिटल राइट्स और मीडिया राइट्स की कीमत बहुत ज्यादा होती है। चैनल्स जिस भी कीमत में मीडिया और डिजिटल राइट्स को खरीदती है उससे BCCI अपना कमीशन कट करके बाकी का हिस्सा सभी फ्रेंचाईजियों में समान रूप से बाँट देती है। मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जाता है कि, मीडिया और डिजिटल राइट्स का 50 फीसदी हिस्सा BCCI रखती है तो वहीं 50 फीसदी हिस्सा फ्रेंचाइजी को दिया जाता है।

टाइटल स्पॉन्सरशिप

हर एक सीजन पर IPL का एक स्पॉन्सर होता है और वो ब्रांड खुद को प्रमोट करने के लिए BCCI को मोटा पैसा देता है। मौजूदा समय में IPL का स्पॉन्सर TATA समूह है और टाटा समूह ने इस स्पॉन्सरशिप के लिए करोड़ों का भुगतान किया है। स्पॉन्सरशिप के जरिए जो भी कमाई होगी उसका 50 प्रतिशत BCCI के पास रहता है तो वहीं बाकी हिस्से हो सभी टीमों के बीच समान रूप से बाँट दिया जाता है।

इसके अलावा सभी टीमें कमर्शियल एड और किट स्पॉन्सरशिप के जरिए करोड़ों की कमाई करती हैं और कहा जाता है कि, इसके लिए BCCI को 20 फीसदी का भुगतान भी किया जाता है तो वहीं दूसरी तरफ 80 फीसदी हिस्सा टीमों के पास होता है।

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लोकल रेवेन्यू से भी होती है कमाई

अगर कोई टीम अपने होम ग्राउंड में मैच खेल रही है तो टिकट से होने वाले मुनाफे का 80 फीसदी हिस्सा फ्रेंचाइजी के पास रहता है और इसके अलावा हर एक मैच में जो खिलाड़ियों को अवॉर्ड दिए जाते हैं उसमें आधा हिस्सा खिलाड़ियों को दिया जाता है तो वहीं आधा हिस्सा फ्रेंचाइजी के पास रहता है। साथ ही साथ टीम को लोकल लेवल पर कई छोटे बड़े ब्रांड प्रमोट करने के लिए भी मिल जाते हैं।

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Adarsh Kumar Tiwari

तथाकथित क्रिकेट एक्सपर्ट...