BCCI ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट (Central Contract List) लिस्ट से श्रेयस अय्यर(Shreyas Iyer) का नाम काट दिया। अय्यर ने चोट का बहाना लगाकर मुंबई के लिए बड़ौदा के खिलाफ रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) के क्वार्टर फाइनल मुकाबला खेलने से मना कर दिया था। उय्यर ने कहा था उनके पीठ में लगी चोट फिर से उभर आई है, जिससे उन्हें झुकने में परेशानी हो रही है, लेकिन NCA ने अय्यर के दावे को सही नहीं माना।
NCA के बयान के बाद स्पष्ट हो गया था कि अय्यर रणजी ना खेलने के लिए बहाना बना रहे हैं। इसके बाद BCCI ने कार्यवाई करते हुए श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) सेंट्रल कान्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर कर दिया। इसके बाद अय्यर ने रणजी खेलने में ही अपनी भलाई समझी उऩ्होंने फौरन ऱणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल मुकाबला खेलने का फैसला कर लिया।
तमिलनाडु के खिलाफ खेलेंगे मैच
मुंबई ने रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइऩल मुकाबले में बड़ौदा को हराया था। अब तमिलनाडु से सेमीफाइनल मुकाबला 2 मारच से खेला जाएगा। इस मैच में श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) खेलते हुए दिखाई दे सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक BCCI से झटका मिलके के बाद ही अय्यर ने रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल मुकाबले खेलने की इच्छा जताई है। उन्होंने खुद को उपलब्ध बताया है।
अब देखना यह है कि अय्यर को मुंबई के प्लेइंग 11 में जगह मिलती है की नहीं। अगर अय्यर को खेलने को मौका मिलता है तो यह अय्यर के पास बेतहर मौका होगा खुदको साबित करने का साथ ही IPL से पहले फॉर्म हासिल करने का भी सुनहरा अवसर होगा।
खराब फॉर्म से जूझ रहे
विश्वकप में छक्कों और चौकों की बारिश करने वाले श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) का प्रदर्शन अचानक से खराब हो गया। अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अय्यर पूरी तरीके से फ्लॉप हुए थे, जिसके बाद उन्हें इग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी मौका दिया गया था, लेकिन यहां भी फ्लॉप साबित हुए थे। अय्यर दो मैच की चार पारियों में एक भी अर्धशतक नहीं लगा पाए थे, जिसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था।
इन टीमों के बीच होगा सेमीफाइनल मुकाबला
रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) के इस सीजन सेमीफाइनल में पहुंचने वाली टीम है मुंबई, विदर्भ, मध्यप्रदेश और तमिलनाडु। सेमीफाइनल के मुकाबले 2 मार्च से खेले जाएंगे। पहला सेमीफाइनल विदर्भ और मध्यप्रदेश के बीच खेला जाएगा। जबकि दूसरे सेमीफाइनल में मुंबई का सामना तमिलनाडु से होगा। रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) के इतिहास में सबसे ज्यादा टाइटल 41 बार खिताब मुंबई ने अपने नाम किया है।