भारत में क्रिकेट को काफी ज्यादा पंसदा किया जाता है और इसी वजह से ज्यादातर युवा क्रिकेट के क्षेत्र में अपना करियर बनाने का सपना देखते हैं लेकिन हर किसी का ये सपना पूरा नहीं हो पाता है. हालांकि, कुछ युवा खिलाड़ी अपने शानदार खेल प्रदर्शन के दम पर टीम इंडिया तक का सफर तय कर लेते हैं. लेकिन उन्हें ज्यादा मौका नहीं मिल पाता है.
आज के इस लेख में हम आपको 3 ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बताने वाले हैं जिन्होंने अपने शानदार खेल प्रदर्शन के दम पर टीम इंडिया तक का सफर तो तय कर लिया लेकिन अब उन्हें मौका मिलना बंद हो गया है और आगे भी मौका मिलना मुश्किल ही लग रहा है.
मयंक अग्रवाल
इस लिस्ट में पहले नंबर पर मयंक अग्रवाल का नाम शामिल है. मयंक ने भारत के लिए 21 टेस्ट मुकाबले खेले हैं जिसके 36 पारियों में 41 की औसत से बल्लेबाजी करते हुए 1488 रन बनाए हैं. जिसमें उन्होंने 4 शतक और 6 अर्धशतक लगाए हैं लेकिन इसके बावजूद भी उनको मौका नहीं मिल रहा है. वनडे में मयंक ने 5 मुकाबले खेले हैं जिसमें केवल 86 रन बनाए हैं.
मयंक अग्रवाल ने आखिरी बार भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट श्रीलंका के खिलाफ साल 2022 में खेला था. अब उनको मौका मिलना बंद हो गया है. 32 वर्षीय बल्लेबाज के पास अब संन्यास के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है.
हनुमा विहारी
30 वर्षीय ऑलराउंडर खिलाड़ी हनुमा विहारी ने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में साल 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए डेब्यू किया था. उन्होंने अपना आखिरी मुकाबला इंग्लैंड के खिलाफ 2022 में खेला था. हनुमा विहारी ने अपने करियर में अब तक कुल 16 मुकाबले खेले हैं जिसके 28 पारियों में 33 की औसत से 839 रन बनाए हैं जिसमें उनके नाम 1 शतक और 5 अर्धशतक शामिल है.
वहीं 10 पारियों में गेंदबाजी के दौरान 5 विकेट हासिल किया है. हालांकि, अब उनको मौका मिलना बंद हो गया है. फैंस का मानना है कि अब उनको संन्यास का सोचना चाहिए क्योंकि टीम इंडिया के लिए उनके रास्ते बंद हो गए हैं.
पृथ्वी शॉ
इस लिस्ट में स्टार बल्लेबाज पृथ्वी शॉ का नाम भी शामिल है. पृथ्वी शॉ ने अपने करियर में अब तक कुल 5 टेस्ट मुकाबले खेले हैं जिसके 9 पारियों में 42 की औसत से 339 रन बनाए थे. जिसमें उनके नाम 1 शतक और 2 अर्धशतक शामिल है.
वहीं वनडे में उन्होंने 6 मुकाबले खेले हैं जिसमें 189 रन बनाए हैं तो वहीं टी-20 में पृथ्वी शॉ ने 1 मुकाबला खेला है जिसमें उनका खाता भी नहीं खुला था. 24 वर्षीय बल्लेबाज को लेकर अक्सर फिटनेस की समस्या रहती है और इसी वजह से टीम इंडिया में मौका नहीं मिलता है और आगे भी उनको मौका मिलना मुश्किल लग रहा है. ऐसे में अब उनके पास केवल संन्यास का ही विकल्प बचा है.