हमारे देश में हर एक खिलाड़ी का सपना होता है कि वो जल्द से जल्द टीम इंडिया (Team India) के लिए खेलते हुए दिखाइ दे लेकिन हर एक खिलाड़ी का टीम इंडिया के लिए मौका दे पाना संभव नहीं है और ऐसे में कई खिलाड़ियों का करियर महज डिवीजनल लेवल तक में ही समाप्त हो जाता है। तो वहीं दूसरी तरफ कई खिलाड़ी खुद को बतौर क्रिकेटर स्थापित करने के लिए दूसरे देशों की तरफ से खेलने का फैसला कर लेते हैं।
मौजूदा समय में दुनिया के अंदर आपको ऐसे कई खिलाड़ी दिख जाएंगे जो टीम इंडिया के लिए खेल नहीं पाए हैं और ऐसे में इन्होंने दूसरे देशों की तरफ से खेलने का फैसला किया है। क्रिकेट एक्सपर्ट्स के अनुसार अगर ये खिलाड़ी टीम इंडिया की तरफ से खेल लेते तो आज टीम इंडिया दुनिया की सबसे मजबूत क्रिकेट टीम होती। आज हम आपको ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो भारतीय मूल के हैं लेकिन वो मजबूरी की वजह से दूसरे क्रिकेट टीमों के साथ जुड़ गए हैं।
ये घातक बल्लेबाज होते टीम इंडिया का हिस्सा
अगर भारतीय मूल के कई खिलाड़ी देश को छोड़कर न जाते तो वो आज टीम इंडिया की तरफ से खेलते हुए दिखाई देते। दिग्गज अफ्रीकी बल्लेबाज हाशिम अमला, नासिर हुसैन, रोहन कन्हाई, आशीष बगई, रवि बोपारा जैसे खिलाड़ी भारतीय टीम का हिस्सा होते। ये सभी खिलाड़ी अलग अलग देशों का हिस्सा हैं और इन्होंने कई मर्तबा टीम इंडिया के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया है।
ये ऑलराउंडर भी खेलते टीम इंडिया के लिए
अगर भारतीय मूल के खिलाड़ी देश छोड़कर जाने का फैसला न करते तो आज ये टीम इंडिया के लिए खेलते हुए दिखाई देते। ये ऑलराउंडर कई देशों की तरफ से खेलते हुए दिखाई देते हैं और इन्होंने भारतीय टीम के खिलाफ कई मैच खेले हैं। टीम इंडिया के लिए आसिफ करीम, ईश सोढ़ी जैसे खिलाड़ी स्क्वाड में शामिल किए जाते।
ये गेंदबाज करते टीम इंडिया के लिए गेंदबाजी
अगर भारतीय मूल के अजाज पटेल, केशव महाराज, स्टुअर्ट क्लार्क और जीतन पटेल देश से बाहर न जाते तो ये टीम इंडिया के लिए खेलते हुए दिखाई देते।
कुछ ऐसी है टीम इंडिया की प्लेइंग 11
हाशिम अमला, नासिर हुसैन, रोहन कन्हाई, आशीष बगई, रवि बोपारा, आसिफ करीम, ईश सोढ़ी, अजाज पटेल, केशव महाराज, स्टुअर्ट क्लार्क और जीतन पटेल।
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