Rohit Sharma: भारतीय क्रिकेट टीम को लीड करने की जिम्मेदारी इन दिनों रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के कंधों पर है और उनकी कप्तानी से टीम इंडिया (Team India) एक के बाद एक मैचों में जीत शानदार जीत दर्ज कर रही है। साथ ही वह लगातार कई खिलाड़ियों को भारत के लिए खेलने का मौका भी दे रहे हैं। लेकिन 3 खिलाड़ी ऐसे हैं, जो रणजी ट्रॉफी में 2000 रन भी बना लेंगे फिर भी उनका टीम इंडिया में वापसी कर पाना मुश्किल है।
इन 3 खिलाड़ियों को Rohit Sharma नहीं देंगे वापसी का मौका!
चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara)
भारत के लिए 103 टेस्ट मैच खेल चुके चेतेश्वर पुजारा को अंतिम बार साल 2023 में भारतीय टीम के लिए खेलने का मौका मिला था, जहां उन्होंने कुछ खास नहीं किया था। उसके बाद से अभी तक रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की कप्तानी में उनकी वापसी नहीं हो सकी है और उनका आगे भी वापसी कर पाना काफी मुश्किल हैं।
चूंकि मैनेजमेन्ट ने अब युवा खिलाड़ियों को मौका देने का फैसला किया है। इस रणजी सीजन पुजारा ने 7 मैचों की 11 पारियों में 243* के बेस्ट स्कोर के साथ 781 रन बनाए हैं। मगर फिर भी वह वापसी नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में उनका आगे भी वापसी कर पाना मुश्किल लग रहा है।
मनीष पांडे (Manish Pandey)
34 वर्षीय टॉप आर्डर बल्लेबाज मनीष पांडे इन दिनों रणजी ट्रॉफी 2024 (Ranji Trophy 2024) में कर्नाटक की ओर से खेल रहे हैं और उन्होंने अभी तक 6 मैचों की 9 पारियों में 66.28 की बेहतरीन औसत के साथ 464 रन बनाए हैं। लेकिन फिर भी उनको लेकर कोई चर्चा नहीं की जा रही है। साथ ही अभी तक उनको भारत के लिए टेस्ट डेब्यू करने का मौका भी नहीं मिला है। ऐसे में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) उन्हें चाह कर भी मौका नहीं देंगे।
हनुमा विहारी (Hanuma Vihari)
भारतीय टीम के लिए 16 टेस्ट मैच खेल चुके हनुमा विहारी का भी रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की कप्तानी में वापसी कर पाना काफी हद तक संभव नहीं है। विहारी को भारत के लिए आखिरी बार साल 2022 में खेलने का मौका मिला था और इस समय उन्होंने रणजी ट्रॉफी 2024 के 7 मैचों की 10 पारियों में 448 रन बनाए हैं। लेकिन फिर भी मैनेजमेन्ट उनकी ओर ध्यान नहीं दे रही है, जिस वजह से उनका भारतीय टेस्ट टीम में वापसी कर पाना काफी मुश्किल है।
साथ ही भारत के मौजूदा टेस्ट टीम में शामिल खिलाड़ी लगातार मैचों में अच्छा कर रहे हैं, जिस वजह से बीसीसीआई को किसी अन्य खिलाड़ी की ओर देखने की कुछ ख़ास जरूरत नहीं है।