टीम इंडिया (Team India) के अंदर सिर्फ और सिर्फ उन्हीं खिलाड़ियों को शामिल किया जाता है जिनके संबंध आलाकमान के साथ बेहतर होते हैं। वहीं आलाकमान के साथ जिन खिलाड़ियों के संबंध ठीक नहीं होते हैं उन खिलाड़ियों को उतने मौके नहीं मिलते हैं जिनके वो असल में हकदार होते हैं। इसी वजह से कई प्रतिभावान खिलाड़ियों का करियर शुरू होने से पहले ही समाप्त हो जाता है।
मौजूदा समय में ऐसे कई खिलाड़ी मिल जाएंगे जिन्हें टीम मैनेजमेंट के द्वारा कभी भी बराबर मौका नहीं मिला इसी वजह से इन खिलाड़ियों का करियर जल्द ही समाप्त हो गया। आज हम आपको कुछ ऐसे ही खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो बीसीसीआई की नजरंदाजी की भेंट चढ़ गए।
बीसीसीआई की नजरंदाजी की भेंट चढ़ गए ये खिलाड़ी
वीरेंद्र सहवाग
टीम इंडिया (Team India) के सबसे विध्वंसक खिलाड़ियों में से एक वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) को क्रिकेट की दुनिया का सबसे खतरनाक बल्लेबाज माना जाता है। कहा जाता है कि, अपने आक्रमक अंदाज से वीरेंद्र सहवाग किसी भी गेंदबाजी लाइन अप को महज कुछ ही समय के अंदर तबाह कर देते थे। लेकिन इस बल्लेबाज को आखिरी दिनों में वो मौके नहीं मिले जिसके ये हकदार थे।
अगर बात करें भारतीय क्रिकेट टीम के विध्वंसक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के क्रिकेट करियर की तो इन्होंने अपने पूरे करियर में खेले गए 363 मैचों की 431 पारियों में 40.6 की औसत से 16892 रन बनाए हैं और इस दौरान इन्होंने 38 शतक और 70 अर्धशतक भी लगाए हैं।
गौतम गंभीर
टीम इंडिया (Team India) दो आईसीसी इवेंट जिताने वाले बाएं हाथ के बल्लेबाज गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने भारतीय क्रिकेट के लिए शानदार बल्लेबाजी की है। लेकिन कभी भी गौतम गंभीर को टीम इंडिया के कप्तान और कोच के द्वारा वो सराहना नहीं मिली है जिसके ये हकदार थे। इसके साथ ही इन्हें कभी भी भारतीय क्रिकेट टीम में मौके नहीं दिए गए और इसी वजह से इनका करियर भी जल्द ही समाप्त हो गया।
गौतम गंभीर ने टीम इंडिया के लिए खेले गए 242 मैचों की 283 पारियों में 38.95 की औसत से 10324 रन बनाए हैं और इस दौरान इनके बल्ले से 20 शतकीय और 63 अर्धशतकीय पारियां निकली हैं।
युवराज सिंह
टीम इंडिया (Team India) के बाएं हाथ के स्टार ऑलराउंडर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) को मिडिल ऑर्डर का बेहतरीन बल्लेबाज माना जाता है, क्रिकेट एक्सपर्ट्स की मानें तो युवराज सिंह भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे बेहतरीन व्हाइट बॉल क्रिकेटर हैं। लेकिन टीम इंडिया के आलाकमान ने इन्हें एकाएक मौका देना बंद कर दिया और इन्हें संन्यास का ऐलान कर दिया।
युवराज सिंह ने टीम इंडिया के लिए खेले गए 399 मैचों की 388 पारियों में 34.98 की औसत से 11686 रन बनाए हैं और इस दौरान इन्होंने 17 शतक और 71 अर्धशतक लगाए हैं।
हरभजन सिंह
टीम इंडिया (Team India) के सबसे बेहतरीन ऑफ स्पिनर्स में से एक हरभजन सिंह (Harbhajan Singh), क्रिकेट की दुनिया के सबसे बेहतरीन ऑफ स्पिनर्स में से एक थे। हरभजन सिंह टीम इंडिया के लिए सबसे सफल गेंदबाजों में से एक हैं। लेकिन मैनेजमेंट ने हरभजन सिंह की प्रतिभा के साथ हमेशा अन्याय किया है और इन्हें कभी भी ज्यादा मौके नहीं दिए।
हरभजन सिंह ने अपने करियर में खेले गए 365 मैचों की 284 पारियों में 3545 रन बनाए हैं और इस दौरान इनके बल्ले से 2 शतकीय और 9 अर्धशतकीय पारियां निकली हैं। वहीं गेंदबाजी के दौरान इन्होंने 365 मैचों की 442 पारियों में 32.59 की औसत से 707 विकेट अपने नाम किए हैं।
जहीर खान
टीम इंडिया (Team India) के सबसे सफल तेज गेंदबाजों में से एक जहीर खान (Zaheer Khan) ने भारतीय टीम के लिए शानदार खेल दिखाया है और बतौर गेंदबाजी इन्होंने टीम इंडिया के लिए शानदार खेल दिखाया था। लेकिन मैनेजमेंट ने इन्हें कभी भी वो मौके नहीं दिए हैं जिसके ये असल में हकदार थे। इसी वजह से जहीर खान ने जल्द ही अपने संन्यास का ऐलान भी कर दिया था। जहीर खान ने अपने क्रिकेट करियर में खेले गए 303 मैचों की 373 पारियों में 31.48 की औसत और 3.89 के इकॉनमी रेट से 597 विकेट अपने नाम किए हैं।
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