Kusal Mendis : आज वर्ल्ड कप 2023 मे अफ़गानिस्तान और श्रीलंका के बीच में मुकाबला पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन के स्टेडियम में खेला गया। इस वर्ल्ड कप मुकाबले में अफगानिस्तान के कप्तान हजमतुल्लाह शाहिदी ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका की पारी में 49.3 में ओवर 241 के स्कोर पर ऑलआउट हो गई और जब अफगानिस्तान की टीम 242 रन के टारगेट का पीछा करने आई तो अफगानिस्तान की टीम ने 45.2 की बल्लेबाजी करके टारगेट को 7 विकेट रहते अपने नाम कर लिया।
इस मुकाबले में अफगानिस्तान से मिली हार के चलते श्रीलंका टीम की स्थिति अब प्वाइंट टेबल में खराब हो गई है और अब यह काफी हद तक संभव ही नजर आ रहा है कि श्रीलंका की टीम वर्ल्ड कप 2023 के सेमीफाइनल स्टेज के लिए क्वालीफाई कर पायेगी। मुकाबले में मिली हार के बाद श्रीलंका के कप्तान कुशल मेंडिस ने पोस्ट मैच प्रिजेनेशन में अपनी टीम के प्रदर्शन पर कई बाते की।
अपनी टीम और खिलाड़ियों पर कुशल मेंडिस ने दिया अपना बयान
” हमने बल्लेबाजी से अच्छा प्रदर्शन नही किया। हमे कम से कम 280 से 300 बनाने चाहिए थे। 280 रन भी हमारे गेंदबाजों के लिए काफी हो सकता हैं। हमारे गेंदबाजों ने पहले 10 ओवर में शानदार गेंदबाजी की लेकिन उसके बाद जब हमारे स्पिनर्स गेंद करने आए तो तब तक मैदान पर ओस काफी आ गई थी। जिसके चलते हमारे स्पिनर्स के लिए उस समय गेंद करना काफी कठिन बनता गया। आज के मुकाबले में अगर ओस नही आती तो हम इस स्कोर को डिफेंड कर सकते थे।”
मधुशंका पर भी दिया अपना बयान
श्रीलंका के कप्तान कुशल मेंडिस ने पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में मधुशंका पर बात करते हुए बताया कि मधुशंका ने न सिर्फ इस मुकाबले में शानदार गेंदबाजी की बल्कि उसके अलावा भी पहले कुछ मुकाबलों में मधुशंका ने शानदार गेंदबाजी की है।
02 नवंबर को को टीम इंडिया से होगा वर्ल्ड कप मुकाबला
आज 30 अक्टूबर को अपना मुकाबला अफगानिस्तान के विरुद्ध हारने के बाद श्रीलंका की टीम को अपना अगला वर्ल्ड कप टीम इंडिया के खिलाफ 2 नवंबर को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेलना होगा। टीम इंडिया और श्रीलंका का यह वर्ल्ड कप श्रीलंका के लिए वर्ल्ड कप में अपनी जगह को बनाए रखने और चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए डायरेक्ट क्वालीफाई करने के नजरिए से काफी महत्वपूर्ण होने वाला है। मुंबई जैसे छोटे ग्राउंड पर श्रीलंका की टीम के गेंदबाजों के लिए भारतीय बल्लेबाजों को रोकना काफी कठिन नजर आ सकता है।