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IPL : आईपीएल 2024 (IPL 2024) का सीजन शुरू होने में अब तक केवल 2 दिनों का समय बाकि है. ऐसे में सभी आईपीएल फ्रैंचाइज़ी आईपीएल 2024 के सीजन के लिए अपने मास्टर प्लान को तैयार कर रही है. आईपीएल 2024 के सीजन में सभी टीमें अपने मास्टर प्लान में इम्पैक्ट प्लेयर (Impact Player) को भी चुन रही है जो टीमों के लिए मुक़ाबलों का रूख बदल सकती है.

इम्पैक्ट प्लेयर का रूल मुक़ाबले को रोमांचक तो बनाता है लेकिन इस रूल के आ जाने से भारतीय क्रिकेट को आने वाले वर्षो में कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ सकता है. जिसके चलते आज हम आपको 3 ऐसे कारणों से अवगत कराने वाले है जो आपको यह साबित करने के लिए काफी होंगे कि आईपीएल (IPL) से इम्पैक्ट प्लेयर का रूल हट जाना चाहिए.

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IPL में इम्पैक्ट प्लेयर भारतीय क्रिकेट को पंहुचा सकता है नुकसान

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ऑलराउंडर की कमी होना है स्वाभाविक

टीम इंडिया के पास मौजूदा समय में स्टार ऑलराउंडर के रूप में हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) का ही विकल्प मौजूद है. हार्दिक पांड्या के अलावा मौजूदा समय में इंडियन क्रिकेट के पास पेस बोलिंग ऑलराउंडर के रूप में किसी भी खिलाड़ी का विकल्प मौजूद नहीं है. ऐसे में अगर आने वाले कुछ और वर्ष आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में इम्पैक्ट प्लेयर का रूल इम्प्लीमेंट रहता है तो इंडियन क्रिकेट में ऑलराउंडर की कमी होना वाजिब है.

पार्ट टाइम गेंदबाज़ो की होगी कमी

टीम इंडिया (Team India) के अब तक अपने क्रिकेटिंग इतिहास में जितने भी वर्ल्ड टूर्नामेंट जीते है जो उस समय टीम इंडिया के प्लेइंग 11 में ऑलराउंडर होने के साथ-साथ पार्ट टाइम गेंदबाज़ो की फ़ौज मौजूद होती थी लेकिन मौजूदा समय में टीम इंडिया के प्लेइंग 11 को देखे तो टीम के पास पार्ट टाइम गेंदबाज़ो के रूप में किसी का विकल्प ही मौजूद नहीं होता है. ऐसे में अगर इम्पैक्ट प्लेयर रूल कुछ और वर्ष आईपीएल (IPL) समेत भारत के घरेलू क्रिकेट में रहता है तो यह इंडियन क्रिकेट को काफी नुकसान पंहुचा सकता है.

गेम ऑफ़ स्पिरिट के खिलाफ है इम्पैक्ट प्लेयर के रूल

इम्पैक्ट प्लेयर का रूल आईपीएल (IPL) के मुक़ाबलों को रोमांचक तो बना सकता है लेकिन इस रूल की मदद से काफी बार जो टीम वो मुक़ाबला जीतना डिज़र्व नहीं करती है वो भी मुक़ाबले के अंत में विजेता बन सकती है. उदारहण के लिए किसी टीम के लिए अंतिम ओवर की अंतिम गेंद पर 6 रन की जरूरत हो और टीम के पास मात्र के विकेट मौजूद है.

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ऐसे में बल्लेबाज़ी करने वाली टीम अपने स्क्वाड में मौजूद बैटर को टीम में शामिल गेंदबाज़ से चेंज करके उन्हें इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर मैदान पर उतार सकती है और वो बैटर अगर अंतिम गेंद पर छक्का जड़ देता है तो कुछ दर्शको के लिए यह मुक़ाबला तो रोमांचक हो जाएगा लेकिन यह स्पिरिट ऑफ़ गेम के खिलाफ माना जाएगा. जिसके चलते बीसीसीआई (BCCI) को इस इम्पैक्ट प्लेयर के रूल को आईपीएल (IPL)  क्रिकेट समेत भारत क्ले डोमेस्टिक टी20 क्रिकेट से भी हटा देना चाहिए.

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