Team India: भारतीय टीम (Team India) के पूर्व तेज गेंदबाजी कोच भरत अरुण (Bharat Arun) और दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेटर जोंटी रोड्स (Jonty Rhodes) को श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने अपने साथ जोड़ लिया है। लंबे समय से संकट में फंसी श्रीलंका क्रिकेट के लिए राहत भरी खबर है। वहीं भारत के लिए यह परेशान करने वाली खबर है।
भारतीय कोचिंग से जुड़े होने के कारण भरत अरुण (Bharat Arun) भारतीय टीम (Team India) के खिलाड़ियों की कमजोरी से वाकिफ हैं। ऐसे में भारत और श्रीलंका के खिलाफ मैच में भरत अरुण टीम इंडिया खासकर विराट कोहली और रोहित शर्मा की कमजोरी श्रीलंका के खिलाड़ी को बता देंगे इससे भारत को नुकसान होगा।
भरत अरुण और जोंटी रोड्स टीम से जुड़े
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने एक प्रेस नोट जारी करके जानकारी दी है कि भरत अरुण (Bharat Arun) और पूर्व दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर जोंटी रोड्स (Jonty Rhodes) को अपनी कोचिंग टीम में शामिल किया है।
बोर्ड ने श्रीलंका के पूर्व फिजियोथेरेपिस्ट एलेक्स कोंटूरी को भी नियुक्त किया है। प्रेस रिलीज में श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने कहा:-
“श्रीलंका क्रिकेट ने समय-समय पर स्थानीय कोच, ट्रैनर्स और फिजियोथेरेपिस्टों के स्किल को बढ़ावा देने के लिए ट्रेनिंग कार्यक्रम आयोजित करके वर्ल्ड के कुछ बेस्ट टैलेंट का उपयोग करने की कोशिश की है।”
श्रीलंकन क्रिकेटरों की बढ़ेगी मैच फीस
टीम इंडिया (Team India) के तेज गेंदबाजी कोच भरत अरुण (Bharat Arun) श्रीलंकाई टीम में अपना अनुभव लेकर आएंगे। उनकी काबिलियत से श्रीलंका टीम की गेंदबाजी के प्रदर्शन में सुधार बेहतर होगा।
इसके अलावा बोर्ड ने जूनियर क्रिकेटरों को मान्यता देने और मुआवजा देने के लिए एक पुरस्कार योजना की भी घोषणा की। साथ ही नेशनल सुपर लीग में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों की मैच फीस को बढ़ाने का भी फैसला लिया गया है।
आईपीएल में कर चुकें हैं रोड्स कोचिंग
जोंटी रोड्स (Jonty Rhodes) को क्रिकेट जगत के बेहतरीन फील्डर हैं। उनके जुड़ने से श्रीलंका की फील्डिंग में बदलाव देखने को मिलेगा। आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद और लखनउ सुपर जाइंट्स के लिए रोड्स फील्डिंग कोच की भूमिका निभा चुके हैं। जिसका फायदा दोनों ही टीमों को देखने को मिलेगा।
एक समय की एशिया की सर्वश्रेष्ठ टीम माने जाने वाली श्रीलंका टीम इस समय सबसे कमजोर टीमों से एक है। ऐसे में दोनों दिग्गजों के जुड़ने से निश्चित ही श्रीलंका क्रिकेट को फायदा होगा। खासकर आगामी टी-20 विश्वकप देखते हुए श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड का यह फैसला अहम साबित हो सकता है।