Yuvraj Singh: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई (BCCI) सचिव जय शाह (Jay Shah) ने सभी युवा और सीनियर खिलाड़ियों को लेकर ऐलान कर दिया है कि सभी को टीम इंडिया में चुने जाने के लिए घरेलू क्रिकेट खेलना बेहद जरुरी है, जिस वजह से कई खिलाड़ी रणजी खेलने में जुट गए हैं। इसी कड़ी में अब युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने भी क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया है और आते ही उन्होंने तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी करना शुरू कर दिया है। जिसकी चर्चा चारों ओर चल रही है।
जय शाह की फटकार से सभी खिलाड़ियों ने शुरू किया रणजी खेलना!
दरअसल, बीसीसीआई सचिव जय शाह ने हाल ही में सभी युवा और सीनियर खिलाड़ियों को लेकर बात करते कहा था कि जो भी खिलाड़ी टीम इंडिया (Team India) के लिए खेलना चाहते हैं। उन्हें सबसे पहले घरेलू क्रिकेट खेलना पड़ेगा। जय शाह ने बताया था कि टीम में चुने जाने के लिए घरेलू क्रिकेट खेलना बेहद जरुरी है। यही कारण है कि कई खिलाड़ी रणजी खेल रहे हैं और इसी कड़ी में अब युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने भी क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया है। हालांकि वह भारत को कप जिताने वाले युवी नहीं बल्कि हरियाणा के 19 वर्षीय युवा बल्लेबाज हैं।
हरियाणा के Yuvraj Singh ने रणजी में काटा बवाल
बता दें कि हम जिस युवराज सिंह (Yuvraj Singh) की बात कर रहे हैं वह हरियाणा के 19 वर्षीय युवा बल्लेबाज हैं, जिन्होंने साल 2022 में अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था। इस समय वह रणजी ट्रॉफी 2024 (Ranji Trophy 2024) खेल रहे हैं और अपने बल्ले का दम दिखा रहे हैं।
इस समय वह हरियाणा और विदर्भ के बीच जारी मुकाबले में खेल रहे हैं, जहां उनके बल्ले से 5 चौके की मदद से 48 रनों की एक बेहतरीन पारी देखने को मिली है। इस बीच उनका स्ट्राइक रेट 44.44 का रहा है। मालूम की इस रणजी सीजन यह मैच उनका पहला मैच है। ऐसे में देखना होगा कि दूसरी पारी में उनके बल्ले से कितने रन निकलते हैं।
युवराज सिंह का क्रिकेट करियर
19 वर्षीय युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने अब तक भारत के लिए 9 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं, जिसकी 16 पारियों में उनके बल्ले से 38.40 की औसत और 48.24 के स्ट्राइक रेट से 576 रन निकले हैं। इस दौरान उन्होंने 94 के बेस्ट स्कोर के साथ 5 अर्धशतक जड़ा है। वहीं 17 लिस्ट ए मैचों की 16 पारियों में उन्होंने 527 रन बनाए हैं, जिस बीच 131 के बेस्ट स्कोर के साथ उनके बल्ले से 1 शतक और 5 अर्धशतक निकला है। हालांकि 2 टी20 मैचों में वह सिर्फ 37 रन ही बना सके हैं। ऐसे में अगर उन्हें टीम इंडिया में एंट्री करनी है, तो अपने प्रदर्शन में लगातार सुधार लाना होगा।