भारत में क्रिकेट अन्य किसी भी खेल की तुलना में अधिक लोकप्रिय है। इस देश में बच्चा-बच्चा बड़ा होकर क्रिकेटर बनने के सपने देखता है। यही वजह है कि टीम इंडिया में कभी भी प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की कमी नहीं होती है।
हर साल कई भारतीय क्रिकेटर (Indian Cricketer) अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में खेलकर भारत का नाम रौशन करते हैं। हालांकि, इनमें से कुछ बाद में चलकर गुमनामी के साये में खो जाते हैं। आज हम आपको ऐसे ही एक खिलाड़ी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो 23 साल की उम्र में क्रिकेट छोड़ खेती करने लगा।
खेत में काम करने पर मजबूर हुआ ये Indian Cricketer
भारतीय टीम में निरतंर अच्छे युवा क्रिकेटर आते हैं। हालांकि इनमें से कुछ ही ऐसे होते हैं, जो लंबे समय तक टीम में बने रहते हैं। वहीं, कुछ भारतीय क्रिकेटर (Indian Cricketer) लाइमलाइट में आने के बाद अचानक से गायब हो जाते हैं।
ऐसे ही एक होनहार खिलाड़ी का नाम कामरान खान (Kamran Khan) है। इस खिलाड़ी को आर्थिक तंगी के चलते महज 23 साल की उम्र में ही क्रिकेट छोड़ना पड़ गया। इतना ही नहीं, आज वह घर चलाने व परिवार का लालन-पालन करने के लिए खेती का काम करता है।
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शेन वॉर्न भी हो गए थे इस Indian Cricketer के फैन
कामरान खान (Kamran Khan) का क्रिकेट का सफर बेहद दिलचस्प रहा है। दरअसल उनके पिता पेशे से लकड़हारे थे। घर की हालत इतनी खराब कि दो वक्त की रोटी भी नसीब नहीं होती थी। क्रिकेटर बनने का ख्वाब कामरान को मुंबई ले आया। वहां उन्हें पुलिस क्लब में खेलने का मौका मिल गया।
इसी दौरान राजस्थान रॉयल्स के डायरेक्टर डैरेन बैरी ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और राजस्थान रॉयल्स की ओर से कॉन्ट्रैक्ट दिलाया। तत्कालीन कप्तान शेन वार्न भी उनकी कला के मुरीद हो गए थे। तभी उन्होंने इस टीम में कामरान को मौका दिया।
अर्श से फर्श पर आ गया ये Indian Cricketer
2009 और 2010 में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलने वाले भारतीय क्रिकेटर (Indian Cricketer) कामरान खान ने 9 मैचों में कुल 9 विकेट लिए। उन्हें 2011 में पुणे वॉरियर्स ने खरीदा। हालांकि उन्हें एक भी मैच नहीं खिलाया। इसके बाद से वह आईपीएल से गायब हो गए।
इसके बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश की ओर से 2 फर्स्ट क्लास मुकाबले खेले। इस 32 वर्षीय क्रिकेटर का महज 23 की उम्र में ही क्रिकेट छूट गया। तब से लेकर अब तक वह खेती के साथ-साथ लोकल टूर्नामेंट में खेलकर अपना घर चलाने पर मजबूर हैं।